Sunday, May 17, 2020

शिक्षा आंदोलन - विद्यालयों की मनमानी

आंदोलन को ऐसे लड़िये
जब फीस माफ़ी हो जाये
तो बच्चो को निकालिये
पैसाखोर स्कूलों से
और डालिये सरकारी में
फिर आंदोलन कीजिये
सरकारी अच्छा पढ़ाएं |
आखिर जब हम
देने में सक्षम नहीं
तो क्यों पढ़ाएं महंगे में
जब सस्ता उपलब्ध हो
तो काम चलाएं सस्ते में |
जिनका साल हो बोर्ड का
उनकी फीस भरे सरकार
नहीं तो के.वी. ले प्रवेश
हो बच्चों  का उद्धार |







Saturday, February 22, 2020

ज़रा इस आदमी को जगाओ !

भई, सूरज
ज़रा इस आदमी को जगाओ !
भई, पवन
ज़रा इस आदमी को जगाओ !
यह आदमी जो सोया पड़ा है,
जो सच से बेखबर
सपनों मेँ खोया पड़ा है।
भई, पंछी
इसके कानों पर चिल्लाओ!
भई सूरज! ज़रा इस आदमी को जगाओ !
वक्त पर जगाओ,
नहीं तो जब बेवक्त जगेगा वह
तो जो आगे निकल गए हैं
उन्हें पाने-
घबरा के भागेगा यह !
घबड़ा के भागना अलग है,
क्षिप्र गति अलग है,
क्षिप्र तो वह है
जो सही क्षण मे सजग है ।
सूरज, इसे जगाओ
पवन,इसे हिलाओ,
पंछी , इसके कानो पर चिल्लाओ !
11052078060557

Thursday, January 16, 2020

धरा पुकार रही

बची तृष्णा और 'मैं' को होलिका दहन में भस्म कर दो
चीर गगन को हुंकार भरो और उद्घोष कर दो
आ रहे हैं रण में  मौर्यवंशी शौर्य पताखा लहराकर
पाञ्चजन्य  शंखनाद से शत्रु के हृदय को विदीर्ण कर दो
बची हुई जो मृग अभिलाषा , उसको जीर्ण कर दो
उठो धरतीपुत्र धरा पुकार रही है यह बतलाकर
किञ्चित  नहीं मिलेगा ये अवसर, रक़्त को शुद्ध कर दो
वीर प्रबुद्ध ललकार प्रचंड , विकराल दैत्य का घमंड तोड़ दो

@रतीश